जब शास्त्र स्वयं असुरक्षित हों
वेदों के पाठ अरक्षित हों
जब भुजबल मद में सहसबाहु
गुरुकुल आक्रांता लक्षित हों
गुरु-विप्रों के गोधन जिस दिन
राजाओं को खटकने लगें
विद्या विद्यालय असुरक्षित
शासक पथ से भटकने लगें
तब समझो कोई शास्त्रऋषि
अब शस्त्र उठाने वाला है
हांथों में ले फरसा कराल
द्विज राम कहाने वाला है
वेदों के पाठ अरक्षित हों
जब भुजबल मद में सहसबाहु
गुरुकुल आक्रांता लक्षित हों
गुरु-विप्रों के गोधन जिस दिन
राजाओं को खटकने लगें
विद्या विद्यालय असुरक्षित
शासक पथ से भटकने लगें
तब समझो कोई शास्त्रऋषि
अब शस्त्र उठाने वाला है
हांथों में ले फरसा कराल
द्विज राम कहाने वाला है
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