भाषा भावों का संप्रेषण?
भाषा अनुभव का निर्देशन?
भाषा मात्र अर्थ उत्प्रेरण?
या कि सूचनाओं का नियमन?
कुछ ध्वनियों का, वर्णों का सञ्जाल?
अर्थपूर्ण चिन्हों का मायाजाल?
भाषा है व्याकरण या कि उच्चारण?
याकि और कुछ-- लेखन, वाचन, भाषण?
भाषा क्या है?
भाषा है भाषक का परिचय?
चिंतक के चिंतन का निश्चय?
भाषा क्या इतनी है समर्थ,
कह दे मन के जो सभी अर्थ?
----फिर शव्द मूक होजाते क्यों,
जब मौन बोलने लगता है?
चेहरा बनजाता सहज ग्रन्थ,
सब अर्थ खोलने लगता है?
भाषा क्या है?
क्या चैराहे के भिक्षुक की रिरियाहट भी इक भाषा है?
मिडई महतो की बैलों पर झल्लाहट भी क्या भाषा है?
क्या भाषा होती अर्थहीन, वक्ता से होती अर्थवती?
सत्ता की खांसी अर्थयुक्त, निर्वल की विनती क्या कहती?
क्या कुटिल गुरु के पास यही भाषा बन जाती शव्द जाल?
क्या राजनीति में बने यही भाषा नफरत की असि कराल?
क्या भाषा ही डंडी बनकर नरभीड़ नहीं ठेला करती?
क्या भाषा ही छलिया बनकर मासूमो को न छला करती?
भाषा क्या है?
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