ध्यान एवं आवाहन
हे स्वेताम्बरि ज्ञान प्रदायिनि
हंस विमान पे बैठी चली आ
ध्यान करे सुत सेवक दीन
तू पुत्र पे प्रेम लुटाती चली आ
आसन
हे कमलासिनि कवि हृदवासिनि
मम हृदयासन आनि विराजो
दादुरकंठ को आशिष दे
जगमातु सुहासिनि आसन राजो
पाद्य
सृद्धा सनेह के स्वच्छ तड़ाग के
वारि से अम्ब के पाद पखारूँ
ओढ़नी मागि के मीरा महान कि
पोंछि कमलपद वारि निबारुं
हस्त प्रक्षालन
तुलसी के मानस सर वारि से
मंगलकारिणी हाँथ पखारो
सूखी पड़ी मन की चदरी
जल पोंछि के तोषिणि दोष निबारो
आचमन
निज मन हंस को प्रेरि हे देवि
मंगायो है वारि भागीरथि बारो
हे तमशोषिणि किल्विष मोचिनि
आचमन करि सेवां स्वीकारो
पंचामृत एवं जल स्नान
कृष्ण के रास को मीठो मधु
दधि क्षीर जो बालक कान्ह चुरायो
ले घृत भगवद्गीता के ज्ञान को
गोपिन नयनन नीर मिलायो
स्नान करो मम मातु कृपा करि
पंचामृत श्रद्धा से बनायो
मम संकल्प के स्वर्ण घटस्थ
सलिल अबगाहिये पुत्र बुलायो
वस्त्र
छंद प्रबंध के तार खची
रूपक उपमा मुक्ता मणि वारी
भावित सुबसंत के सौरभ से
स्वीकारो हे मात चिनांशुक सारी
माला आभूषण
भाव के तार पिरोये हुए माँ
शब्दन मुक्ता माल बनाऊं
स्नेह की दृष्टि से देखि दे मातु
सुवासित भाव के हार चढ़ाऊँ
पुष्पांजलि एवं धूप
हे मन हंस तुरंत चुनो
शुभ पुष्प सुगंध वसंत खिलाये
निज कर सींचि जो शकुंतला
जिन कुंजन प्रीती के गीत सुनाये
कविगुरु काव्योद्यान के पुष्प
की अंजुलि मात के शीष चढ़ाऊँ
लइ मकरंद सुपूजित सीय कि
वाटिका से शुभ धुप सुँघाऊं
दीप दर्शन
सृद्धा को दीप भक्तिघृत पूरित
बाती समर्पण की सुचि डारौं
गीता के ज्ञान से प्रज्वलित ज्योति
दिखाऊं कृपाकरि माँ स्वीकारो
भोग
हे मन मातु के भोग के हेतु
सुव्यंजन कंचन थाल सजाइये
षटरस के नैवेद्य परोसि के
अंजलि बाँधि सभक्ति बुलाइए
हे वरवीणावादिनि मातु
करो स्वीकार नैवेद्य हमारो
सुरसरि अम्बु करो मृदु पान
रचो ताम्बूल बनारस बारो
प्रदक्षिणा
हे जगदम्ब करूँ करजोरि
प्रदक्षिण बारंबार हिये से
मन ही मन परनाम करूँ माँ
सरनागत साष्टांग किये से
पुष्प दक्षिणा
अंजलिपूरि सुगन्धित पुष्प
जो नंदनकानन से मन लायो
मानसपूजा में सो सप्रेम
सो वीणापाणि को आनि चढायो
क्षमा
याचना व प्रणाम
हे हृदवासिनि ज्ञान प्रकाशिनि
मांगू क्षमा यदि त्रुटि कछु होवे
ज्ञान को हाँथ धरो मम शीश
तो शब्द को अर्थ प्रकाशित होवे
हे हृदवासिनि ज्ञान प्रकाशिनि
मांगू क्षमा यदि त्रुटि कछु होवे
ज्ञान को हाँथ धरो मम शीश
तो शब्द को अर्थ प्रकाशित होवे
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